धन (cube) निकालना
किसी दो अंक की संख्या का धन निकालने के लिए आप सबसे पहले दहाई अंक का धन (cube) लिखें।
अब उस संख्या के अंकों के बीच का अनुपात ज्ञात करें। जैसे (48) में सबसे पहले हमने 4 =64 लिखा। चूंकि 48 के 4 एवं 8 के बीच 1 : 2 का संवंध है। अत: इस क्रम में हम 64 का दुगुना 128, फिर 128 का दुगुना 256 एवं 256 का दुगुना 512 लिखते हैं।
अब दूसरे व तीसरे पद के नीचे उनका दुगुना लिखते हैं। (यहाँ यह न समझ लें कि चौथे पद को तीसरे पद के नीचे एवं तीसरे पद के नीचे दूसरे पद को लिख लेते हैं। यह बात दूसरे उदाहरण से स्पष्ट हो जाती है।)
अब चौथे पद की इकाई को हम अपने उत्तर की इकाई पर लिखते हैं, और बाकी बची संख्या को तीसरे पद के नीचे लिखकर जोड़ते हैं। जैसे हमने 512 का इकाई यानी 2 को अपने उत्तर की इकाई पर लिखा और बाकी बची संख्या यानी 51 को तीसरे पद के नीचे तीसरी पंक्ति में लिख दिया है।
अब तीसरे पद की तीनों पंक्तियों की संख्याओं की इकाई को जोड़कर योगफल की इकाई को अपने उत्तर की दहाई पर लिखते हैं और बाकी बंची संख्या को शंष मानकर उसी पद में दहाई के ऊपर लिख देते हैं। जैसे तीसरें पद की तीनों पंक्तियों की इकाई (ones) को जोड़ने पर 9 हुआ। अत: 9 हमारे उत्तर का दहाई अंक हुआ। अब बाकी बची संख्याओं को जोड़कर दूसरे पद के नीचे लिख देते हैं।
इसके बाद दूसरे पद कं इकाई के योगफल की इकाई को उत्तर के सैकड़ा पर लिखते हैं। जैसे 25 +51 +5 = 81 को हमने दूसरे पद के नीचे लिखा हैं। अब
इस पद की इकाई का योगफल यानी 8 + 6 + 1 = 15 के 5 को हम उत्तर वाली संख्या के सैकड़ा पर लिखते हैं।
अब सबसे पहले 15 के 1 को इसी पद में दहाई के ऊपर लिख कर बाकी बची संख्याओं के योगफल के इकाई को उत्तर के हजारवें स्थान पर रखते हैं। जैसे 1 + 12 + 25 + 8 = 46 को पहले पद के नीचे लिखकर जोड़ने पर 110 होता है। अब चूंकि कोई स्टेप बचा ही नहीं है, अतः 110 को हम वैसे ही लिख देते हैं।
दूसरे उदाहरण में 46 के दोनों अंक 4 एवं 6 में 2 :3 का अंतर है। अत: हमने पहले 4 = 64 लिखा। इसके बाद जो संख्या लिखी जाएगी उस संख्या के साथ 64 का संबंध 2:3 होना चाहिए। निश्चित रूप से यह संख्या 96 ही होगी, क्योंकि 64:96 = 2:3 होता है। उसी तरह 96:144 एवं 144:216 में भी 2:3 का संबंध है । शेष सारी क्रियाएँ पूर्ववत होगी।